जमशेदपुर | 18 दिसंबर, 2025 संवाददाता
पूर्वी सिंहभूम के जमशेदपुर (साकची) में गुरुवार को राजनीतिक पारा उस समय सातवें आसमान पर पहुँच गया जब कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ता एक-दूसरे के खिलाफ सड़कों पर उतर आए। नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई के विरोध में भाजपा कार्यालय का घेराव करने निकले कांग्रेसी कार्यकर्ताओं और बचाव में उतरे भाजपाईयों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। मौके पर तैनात भारी पुलिस बल की मुस्तैदी के कारण एक बड़ी हिंसक झड़प होते-होते टल गई।

प्रदर्शन और जवाबी घेराबंदी
घटना की शुरुआत दोपहर में हुई जब नवनियुक्त कांग्रेस जिला अध्यक्ष परविन्द्र सिंह के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता ईडी की कार्रवाई को ‘राजनैतिक प्रतिशोध’ बताते हुए साकची स्थित भाजपा जिला मुख्यालय की ओर बढ़े। कांग्रेस का आरोप है कि केंद्र सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर सोनिया गांधी और राहुल गांधी को निशाना बना रही है।
जैसे ही कांग्रेस का जुलूस भाजपा कार्यालय के करीब पहुँचा, भाजपा कार्यकर्ता भी जिलाध्यक्ष सुधांशु ओझा के नेतृत्व में कार्यालय से बाहर निकल आए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोनों पक्षों के कई कार्यकर्ता लाठी-डंडों से लैस थे और एक-दूसरे के खिलाफ उग्र नारेबाजी कर रहे थे।
पुलिस की सक्रियता से टला हादसा
माहौल बिगड़ता देख जमशेदपुर पुलिस ने तुरंत मोर्चा संभाला। पुलिस ने बंगाल क्लब के पास पेट्रोल पंप के सामने बैरिकेडिंग कर दोनों गुटों को रोक दिया। यह स्थल रणनीतिक रूप से संवेदनशील था क्योंकि पास में ही पेट्रोल पंप स्थित है। पुलिस अधिकारियों की सूझबूझ और सख्त घेराबंदी के कारण दोनों दल एक निश्चित दूरी पर ही रुक गए, जिससे हाथापाई की नौबत नहीं आई।
”स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया था। दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर और वैधानिक चेतावनी देकर टकराव वाली जगह से दूर रखा गया। वर्तमान में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।”
— स्थानीय पुलिस प्रशासन
मुख्य बिंदु:
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पक्ष |
नेतृत्व |
मुख्य मांग/विरोध |
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कांग्रेस |
परविन्द्र सिंह (जिलाध्यक्ष) |
ईडी की कार्रवाई को बंद करने और केंद्र के हस्तक्षेप का विरोध। |
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भाजपा |
सुधांशु ओझा (जिलाध्यक्ष) |
भ्रष्टाचार के खिलाफ जांच का समर्थन और कांग्रेस के प्रदर्शन का विरोध। |
राजनीतिक सरगर्मी तेज
स्थानीय स्तर पर चर्चा है कि कांग्रेस के नए जिलाध्यक्ष परविन्द्र सिंह ने इस प्रदर्शन के जरिए अपनी सक्रियता दिखाई है, वहीं भाजपा भी पहले से ही इस घेराव की सूचना मिलने पर ‘मुकाबले’ के लिए तैयार थी। फिलहाल साकची क्षेत्र में एहतियातन पुलिस की गश्ती बढ़ा दी गई है ताकि दोबारा तनाव की स्थिति पैदा न हो।



