गिरिडीह/बेंगाबाद: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB धनबाद) ने गुरुवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए बेंगाबाद अंचल कार्यालय के राजस्व उपनिरीक्षक (CI) सुरेंद्र यादव और उनके सहयोगी (दलाल) मुकेश कुमार को 6,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। एसीबी की इस अचानक कार्रवाई से प्रखंड मुख्यालय में हड़कंप मच गया।
जमीन की रसीद के लिए मांगे थे 15 हजार
पूरा मामला जमीन के दाखिल-खारिज (Mutation) से जुड़ा है। वादी लक्ष्मी कुमारी बरनवाल ने बेंगाबाद के मोतीलेदा गांव में 7.34 डिसमिल जमीन खरीदी थी। उन्होंने दाखिल-खारिज के लिए अंचल कार्यालय में आवेदन दिया था।
घटनाक्रम कुछ इस प्रकार रहा:
- वादी ने अंचलाधिकारी से मुलाकात कर दस्तावेज सौंपे, जिसके बाद उन्हें संबंधित कर्मचारी सुरेंद्र यादव से मिलने को कहा गया।
- राजस्व उपनिरीक्षक सुरेंद्र यादव ने इस काम के बदले 15,000 रुपये की रिश्वत मांगी।
- रिश्वत की पहली किस्त के रूप में 6,000 रुपये देने की बात तय हुई।
दलाल के जरिए ले रहे थे घूस, ACB ने बिछाया जाल
शिकायत मिलने के बाद एसीबी के डीएसपी जिेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। गुरुवार को जैसे ही वादी ने अंचल निरीक्षक के पास बैठे दलाल मुकेश कुमार को केमिकल लगे हुए नोट थमाए, पहले से घात लगाकर बैठी एसीबी की टीम ने दोनों को दबोच लिया।
परिसर में मची अफरा-तफरी
एसीबी की टीम के ब्लॉक परिसर में दाखिल होते ही वहां मौजूद कर्मचारियों और बिचौलियों के बीच भगदड़ मच गई। कई लोग पकड़े जाने के डर से इधर-उधर भागते नजर आए। टीम ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया और आवश्यक कागजी कार्रवाई के बाद उन्हें अपने साथ धनबाद ले गई।
मुख्य तथ्य एक नज़र में:
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विवरण |
जानकारी |
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आरोपी |
सुरेंद्र यादव (राजस्व उपनिरीक्षक) और मुकेश कुमार (दलाल) |
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स्थान |
बेंगाबाद अंचल कार्यालय, गिरिडीह |
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रिश्वत की राशि |
₹6,000 (पहली किस्त), कुल मांग ₹15,000 |
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कार्रवाई टीम |
ACB धनबाद (नेतृत्व: डीएसपी जितेंद्र कुमार सिंह) |
अगला कदम:
मैंने आज आपके द्वारा दी गई सभी 7 महत्वपूर्ण खबरों को कवर कर लिया है। ये खबरें बच्चों के रेस्क्यू, राजनीतिक प्रदर्शन, भ्रष्टाचार और अपराध से जुड़ी थीं।




