झारखंड आंदोलनकारियों का अपमान अब बर्दाश्त नहीं: उपायुक्तों पर गिरेगी गाज? पुष्कर महतो ने दी चेतावनी

रांची, 19 दिसंबर। झारखंड की माटी के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले आंदोलनकारियों की उपेक्षा ने अब एक बड़े विवाद का रूप ले लिया है। झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा (ASM) के प्रधान सचिव पुष्कर महतो ने राज्य के कई जिलों के उपायुक्तों (DC) के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उनके विरुद्ध कड़ी विभागीय कार्रवाई की मांग की है।

​”गृह विभाग के आदेशों की धज्जियां उड़ाई गई”

​शुक्रवार को जारी एक तीखी प्रेस विज्ञप्ति में पुष्कर महतो ने आरोप लगाया कि राज्य के कई जिलों—विशेषकर गुमला, बोकारो, रामगढ़, लातेहार, चतरा, गोड्डा, पूर्वी सिंहभूम, जामताड़ा, पलामू और खूंटी—के उपायुक्तों ने गृह विभाग के स्पष्ट आदेशों को ठंडे बस्ते में डाल दिया है।

​महतो ने कहा, “एक ओर गृह विभाग आंदोलनकारियों को सम्मानित करने का निर्देश देता है, वहीं दूसरी ओर ये अधिकारी सच्चे और ईमानदार आंदोलनकारियों को प्रमाण-पत्र और सम्मान-पत्र देने में आनाकानी कर रहे हैं। यह सिर्फ प्रशासनिक लापरवाही नहीं, बल्कि उन शहीदों और संघर्ष करने वालों का अपमान है जिन्होंने अलग राज्य के लिए अपना खून-पसीना एक किया।”

​दोषपूर्ण वितरण और षड्यंत्र का आरोप

​मोर्चा के प्रधान सचिव ने वितरण प्रक्रिया पर भी गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि जिन जिलों में वितरण हुआ भी है, वहां प्रमाण-पत्र खंडित और अपुष्ट हैं। कई प्रमाण-पत्रों पर अधिसूचना संख्या तक दर्ज नहीं है। महतो ने इसे “सरकार विरोधी षड्यंत्र” करार देते हुए कहा कि यह संघीय व्यवस्था के मूल्यों और मर्यादाओं का सीधा उल्लंघन है।

​आंदोलन की आहट: 3 जनवरी को ‘मुख्यमंत्री आभार यात्रा’

​इस गतिरोध के बीच, आंदोलनकारियों ने शक्ति प्रदर्शन की तैयारी भी कर ली है। पुष्कर महतो ने ऐलान किया कि आगामी 3 जनवरी 2026 को मारंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की जयंती के पावन अवसर पर हजारों की संख्या में आंदोलनकारी रांची में जुटेंगे। इस दौरान “मुख्यमंत्री आभार यात्रा” निकाली जाएगी, जिसमें अपनी मांगों और सम्मान के हक को लेकर आवाज बुलंद की जाएगी।

प्रमुख मांगें:

    • ​लापरवाह उपायुक्तों पर तत्काल विभागीय कार्रवाई हो।
    • ​त्रुटिपूर्ण प्रमाण-पत्रों को सुधार कर पुनः गरिमापूर्ण तरीके से वितरित किया जाए।
    • ​गृह विभाग के आदेशों का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित हो।

“प्रमाण पत्र वितरण के नाम पर आंदोलनकारियों के साथ मजाक किया गया है। अगर सरकार ने गंभीरता नहीं दिखाई, तो भविष्य में गृह विभाग के आदेशों का उल्लंघन करने की हिम्मत कोई नहीं कर सकेगा।”पुष्कर महतो, प्रधान सचिव, ASM

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Author: haqeeqatnaama