रामगढ़ | 21 दिसंबर, 2025 आध्यात्मिक जगत के वैश्विक प्रतीक ‘ओशो’ के छोटे भाई स्वामी शैलेंद्र सरस्वती के आगमन को लेकर रामगढ़ के साधकों में भारी उत्साह है। आगामी 24 दिसंबर को रामगढ़ पहुंचने पर उनका भव्य और आत्मीय स्वागत किया जाएगा। यह आयोजन शहर के कैथा स्थित शहनाई वेंकेट हॉल में संपन्न होगा।
देश-विदेश के साधकों का होगा जमावड़ा
इस आध्यात्मिक समागम की भव्यता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसमें स्थानीय साधकों के साथ-साथ विदेशों से भी लगभग 250 अनुयायियों के शामिल होने की संभावना है। आयोजन समिति ने बाहर से आने वाले मेहमानों के ठहरने और भोजन की उत्तम व्यवस्था सुनिश्चित की है।
ध्यान और जीवन दर्शन पर केंद्रित सत्र
स्वामी शैलेंद्र सरस्वती के सानिध्य में होने वाले इस कार्यक्रम का मूल उद्देश्य जीवन के विभिन्न विकारों से मुक्ति और मानसिक शांति प्राप्त करना है। कार्यक्रम के दौरान निम्नलिखित मुख्य बिंदुओं पर विशेष सत्र आयोजित होंगे:
- भाव शुद्धि: क्रोध और हिंसा जैसे नकारात्मक भावों से मुक्ति के मार्ग।
- ओंकार ध्वनि: बेचैनी को दूर करने और आत्मिक शांति के लिए ओंकार की शक्ति का अनुभव।
- काम से राम की ओर: मानवीय कामनाओं और वासनाओं से ध्यान के माध्यम से मुक्ति।
- सम्यक जीवन: संकल्प, ज्ञान, दृष्टि और वाणी के शुद्धिकरण द्वारा कर्मों की सिद्धि।
संगीत और साधना का संगम
केवल प्रवचन ही नहीं, बल्कि यह आयोजन संगीत और साधना का एक अनूठा मिश्रण होगा। कार्यक्रम में संगीत के शानदार सत्र आयोजित किए जाएंगे, जो साधकों को ध्यान की गहराइयों में ले जाने में सहायक होंगे। रामगढ़ के ओशो साधक मित्रों ने इस अवसर को ‘जीवन के लक्ष्य का स्तंभ’ बताते हुए अधिक से अधिक लोगों से इस आध्यात्मिक उत्सव का हिस्सा बनने की अपील की है।




