जामताड़ा | 22 दिसंबर, 2025 झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने मनरेगा योजना के स्वरूप और नाम में बदलाव को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। सोमवार को जामताड़ा जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन के दौरान उन्होंने केंद्र को चेतावनी दी कि यदि गरीबों के हक की इस योजना को कमजोर करने की कोशिश की गई, तो कांग्रेस सड़क से लेकर सदन तक उग्र आंदोलन करेगी।
”मजदूरों की जीवनरेखा है मनरेगा”
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए डॉ. इरफान अंसारी ने कहा कि मनरेगा (MNREGA) कांग्रेस की एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।
- रोजगार की गारंटी: सोनिया गांधी के नेतृत्व में इस योजना को इसलिए लागू किया गया था ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब मजदूरों को रोजगार की कानूनी गारंटी मिल सके।
- साजिश का आरोप: मंत्री ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार जानबूझकर योजना का नाम बदलकर और इसके प्रावधानों से छेड़छाड़ कर इसे कमजोर करने की साजिश कर रही है।
- महंगाई और बेरोजगारी: उन्होंने वर्तमान आर्थिक स्थिति के लिए भाजपा की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मनरेगा ही सहारा देती है।
जिला कांग्रेस का कड़ा रुख
कार्यक्रम में जामताड़ा जिला कांग्रेस अध्यक्ष दीपिका बेसरा ने भी अपने विचार रखे। उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी गरीबों और वंचितों के अधिकारों की रक्षा के लिए पूरी मजबूती से खड़ी है और केंद्र के किसी भी ‘जनविरोधी’ निर्णय का पुरजोर विरोध किया जाएगा।
प्रदर्शन में शामिल प्रमुख चेहरे
इस विरोध प्रदर्शन में जिले के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए, जिनमें प्रमुख रूप से:
- विजय दुबे, अजित दुबे
- मुक्ता मंडल, बाम सरखेल
- पूर्णिमा धर, कमरुद्दीन अंसारी
- नंदकिशोर सिंह और दर्जनों कांग्रेस कार्यकर्ता।
मुख्य मांगें:
- मनरेगा योजना के मूल स्वरूप और नाम को यथावत रखा जाए।
- मजदूरों के बकाया मानदेय का तत्काल भुगतान सुनिश्चित हो।
- ग्रामीण क्षेत्रों में कार्य दिवसों की संख्या बढ़ाकर बेरोजगारी पर अंकुश लगाया जाए।
निष्कर्ष: जामताड़ा में हुआ यह प्रदर्शन राज्य भर में कांग्रेस के बढ़ते विरोध का हिस्सा माना जा रहा है। अब देखना यह है कि केंद्र सरकार इन आपत्तियों पर क्या रुख अपनाती है।




