रांची, 09 दिसंबर (हि.स.)।
झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) के नेतृत्व में मंगलवार को निकाली गई ‘छात्र अधिकार पदयात्रा’ को विधानसभा परिसर से कुछ पहले ही पुलिस ने रोक दिया। यह पदयात्रा पार्टी के उपाध्यक्ष देवेंद्र नाथ महतो की अगुवाई में निकाली गई थी, जिसमें बड़ी संख्या में छात्र, युवा और संगठन के कार्यकर्ता शामिल थे।
विरोध और आरोप
जैसे ही पदयात्रा विधानसभा की ओर बढ़ी, सुरक्षा बलों ने बैरिकेड लगाकर उसे आगे बढ़ने से रोक दिया। इसके बाद जेएलकेएम के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया और अपनी नाराजगी व्यक्त की।
जेएलकेएम कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि राज्य में छात्र हित से जुड़े कई मामले लंबे समय से लंबित हैं। उन्होंने निम्नलिखित मुद्दों को उठाया:
सरकारी नौकरियों में बहाली रुकी हुई है।
पूर्व में ली गई परीक्षाओं की नियुक्ति प्रक्रिया में देरी हो रही है।
कई प्रतियोगी परीक्षाएं समय पर नहीं हो पा रही हैं।
छात्रवृत्ति के मामलों में गंभीर अनियमितता है।
मौके पर मौजूद छात्रों ने कहा कि रोजगार की स्थिति बेहद चिंताजनक है और नियुक्ति प्रक्रिया शुरू न होने से लाखों युवा प्रभावित हो रहे हैं। उनका आरोप है कि सरकार आश्वासन दे रही है, लेकिन जमीन पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है।
जेएलकेएम का पक्ष
देवेंद्र नाथ महतो ने कहा कि पदयात्रा का उद्देश्य छात्रों की समस्याओं को सीधे सरकार तक पहुंचाना था। उन्होंने कहा, “छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है। न तो नियुक्तियां हो रही हैं और न ही छात्रों को छात्रवृत्ति मिल पा रही है।”
महतो ने जोर देकर कहा कि वे विधानसभा तक पहुंचकर अपना पक्ष रखना चाहते थे, लेकिन उन्हें रोक दिया गया। उन्होंने चेतावनी दी कि यह रोक राज्य भर के छात्रों की आवाज को और बुलंद करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि जेएलकेएम आने वाले दिनों में और बड़े पैमाने पर आंदोलन की तैयारी करेगा।




