पश्चिमी सिंहभूम: इलाज के दौरान घायल हाथी के बच्चे की मौत, वन विभाग की चिंता बढ़ी

पश्चिमी सिंहभूम, 10 दिसंबर (रिपोर्ट: हिन्द.स.)।

चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिले के जंगलों में मां से बिछड़ने की लगातार हो रही घटनाओं के बीच एक दुखद खबर सामने आई है। मंझारी थाना क्षेत्र अंतर्गत पप्पागड़ा पंचायत में पेड़ में फंसे मिले एक घायल हाथी के बच्चे की सोमवार रात इलाज के दौरान मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, खून का थक्का जमना उसकी मृत्यु का मुख्य कारण है।

घटनाक्रम:

  • रेस्क्यू: शनिवार रात ग्रामीणों की मदद से शिशु हाथी को पेड़ से फंसे होने की अवस्था में बाहर निकाला गया था।
  • उपचार: घायल शिशु हाथी को तुरंत उपचार के लिए चाईबासा वन कार्यालय लाया गया।
  • मौत: तमाम कोशिशों के बावजूद, सोमवार रात को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

एक और हाथी का बच्चा बिछड़ा:

​इसी दिन चाईबासा वन प्रभाग के हाटगम्हरिया थाना क्षेत्र स्थित सरडीहा जंगल में एक और हाथी का बच्चा झुंड से बिछड़ा हुआ मिला

  • ​वन विभाग की टीम ने उसे सुरक्षित रेस्क्यू किया और वर्तमान में उसे चिकित्सकों की निगरानी में हाटगम्हरिया में रखा गया है।
  • ​बेहतर उपचार और निरंतर निगरानी सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों ने बुधवार को इस शिशु हाथी को चाईबासा लाने की योजना बनाई है।

वन विभाग ने बढ़ाई निगरानी:

​लगातार हो रही इन घटनाओं ने वन विभाग की चिंता बढ़ा दी है। वन अधिकारियों का मानना है कि बदलते मौसम, दुर्गम जंगल मार्गों और प्राकृतिक खतरों के कारण ये शिशु हाथी अपने समूह और मां से बिछड़ रहे हैं, जिससे उनके घायल होने और मौत की आशंका बढ़ रही है।

​विभाग ने हाथियों के संरक्षण और बचाव कार्यों को लेकर निगरानी और रेस्क्यू अभियान तेज कर दिया है। विभाग ने ग्रामीणों से विशेष अपील की है कि यदि कहीं कोई हाथी का बच्चा घायल या अकेला दिखाई दे, तो उसे न छुएं और तत्काल वन विभाग को सूचित करें, ताकि समय रहते उचित इलाज उपलब्ध कराया जा सके।

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Author: haqeeqatnaama