रामगढ़, 10 दिसंबर (हि.स.)। झारखंड के रामगढ़ में एक हृदय विदारक घटना सामने आई है, जहां अपनी शादी से ठीक एक दिन पहले राजस्थान निवासी एक युवक का शव बरामद हुआ है। युवक की पहचान राजस्थान के राजसमंद जिले के टणका गांव निवासी महावीर सिंह चुंडावत (27) के रूप में हुई है। महावीर सिंह ने सदर थाना क्षेत्र के चुट्टूपालू घाटी स्थित काजू बागान में सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली।
दूल्हा बनने से एक दिन पहले मौत की खबर
महावीर सिंह चुंडावत की शादी 11 दिसंबर को होनी थी। जिस घर में शहनाई बजने की तैयारी थी, वहां शादी से ठीक पहले उसकी मौत की खबर ने परिवार पर दुखों का पहाड़ तोड़ दिया। युवक ने अपने घर से लगभग 1500 किलोमीटर दूर रामगढ़ के जंगल में घुसकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। मृतक के परिजन बुधवार को रामगढ़ पहुंचे और गुरुवार को शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा।
पहचान बनी रहस्य, टूटे मोबाइल ने खोला राज
जिस स्थान पर महावीर का शव मिला, वहां पुलिस को उसकी पहचान से संबंधित कोई भी दस्तावेज या सामान नहीं मिला। हालांकि, पुलिस को मौके से एक टूटा हुआ मोबाइल फोन मिला। पुलिस ने इस मोबाइल के क्यूआर कोड से आईएमईआई नंबर प्राप्त किया, जिसके आधार पर सिम नंबर निकाला गया और आखिरकार परिवार से संपर्क स्थापित किया गया।
एसपी अजय कुमार ने अज्ञात शव की पहचान में सहयोग करने के लिए रियलमी सर्विस सेंटर बिजुलिया के संचालक पीयूष खंडेलवाल को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है।
इंदौर से लापता था महावीर
मृतक के परिजनों ने पुलिस को बताया कि बी-टेक की पढ़ाई पूरी करने के बाद महावीर सिंह चुंडावत इंदौर में काम कर रहा था। वह 30 नवंबर को इंदौर से राजस्थान स्थित अपने घर जाने के लिए निकला था। घर पर बात करने के बाद उसका मोबाइल फोन ऑफ हो गया और फिर कभी ऑन नहीं हुआ।
परिवार ने इंदौर में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी और पुलिस भी उसकी तलाश कर रही थी। आठ दिन बाद उसका शव रामगढ़ में मिला।
सवाल: 1500 किलोमीटर की दूरी और रामगढ़ क्यों?
महावीर सिंह ने लगभग 1500 किलोमीटर की लंबी दूरी कैसे तय की और वह इंदौर या राजस्थान न जाकर रामगढ़ ही क्यों पहुंचा, यह एक बड़ा रहस्य बना हुआ है। रामगढ़ पुलिस इस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है ताकि आत्महत्या के कारणों और रामगढ़ पहुंचने के पीछे के रहस्य को सुलझाया जा सके।



