झारखंड राजभवन का नाम अब होगा ‘बिरसा भवन’, दुमका राजभवन ‘सिद्धो-कान्हो भवन’

रांची, 10 दिसंबर (हि.स.)। झारखंड की राजधानी रांची स्थित राजभवन का नाम अब भगवान बिरसा मुंडा के नाम पर ‘बिरसा भवन’ और दुमका स्थित उप-राजभवन का नाम शहीद सिद्धो-कान्हो के नाम पर ‘सिद्धो-कान्हो भवन’ करने का प्रस्ताव सरकार ने किया है। यह घोषणा संसदीय कार्य मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने बुधवार को विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान की।

​मंत्री किशोर ने सदन में राज्यपाल के पद के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राज्यपाल का पद एक संवैधानिक और राज्य का शीर्ष पद होता है।

​उन्होंने राज्यपाल के महत्वपूर्ण कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि:

  • ​राज्यपाल के पास ही विधानसभा के सत्र को आहूत (बुलाना) करना और अवसान (समाप्त) करने का अधिकार होता है।
  • ​उनके पास ही विधानसभा का विघटन करने का भी अधिकार है।
  • ​राज्यपाल राज्य मंत्रिमंडल के निर्णयों पर अपनी सहमति देते हैं।
  • ​राजभवन कार्यालय से ही राज्य के विधायी (कानून बनाने संबंधी) और कार्यपालिका (कानून लागू करने संबंधी) गतिविधियों का संचालन होता है।

​मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि राज्य में स्थित सभी चल और अचल संपत्ति राज्य की संपत्ति है। इसी क्रम में, इन ऐतिहासिक और संवैधानिक महत्व के भवनों का नामकरण राज्य के महान आदिवासी नायकों के नाम पर करने का प्रस्ताव लाया गया है, जो राज्य के गौरव और पहचान को दर्शाता है।

haqeeqatnaama
Author: haqeeqatnaama