रांची, 10 दिसंबर (हिं.स.)। झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक अमित कुमार यादव ने खनन विभाग के जवाब को लेकर सरकार पर तीखा हमला बोला है। बुधवार को विधानसभा परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्री और अधिकारी सदन में भ्रामक जानकारी देकर जनता को गुमराह कर रहे हैं।
बालू की कीमत पर सवाल
विधायक यादव ने खनन विभाग द्वारा दिए गए जवाब पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा, “पूरी दुनिया में ₹100 में एक ट्रैक्टर या एक टन बालू नहीं मिल सकता। ऐसे में सदन में गलत आंकड़े रखना बेहद शर्मनाक है।”
उन्होंने सरकार में बैठे लोगों पर तंज कसते हुए कहा कि यदि विभागीय मंत्री और अधिकारी ‘टन’ और ‘ट्रैक्टर’ का अंतर नहीं समझते हैं, तो उन्हें सदन में बैठने के बजाय पहले मजदूरों के साथ जाकर वास्तविकता जाननी चाहिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि राज्य की सबसे बड़ी महापंचायत (विधानसभा) में झूठ बोलना जनता के साथ धोखा है।
विदेशी नागरिकों के वोटिंग अधिकार का मुद्दा
अमित यादव ने इस दौरान एक और संवेदनशील मुद्दा उठाया। उन्होंने विदेशी नागरिकों के वोट के अधिकार पर सवाल करते हुए कहा कि जब भारत के नागरिकों को विदेश में वोट डालने का अधिकार नहीं है, तो झारखंड या भारत में बांग्लादेश और पाकिस्तान से आए लोग कैसे वोट दे सकते हैं?
उन्होंने ऐसे लोगों का समर्थन करने वालों को देशद्रोही बताया और कहा कि ये लोग दोहरी राजनीति करके विदेशी घुसपैठियों का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ये लोग चुनाव आयोग द्वारा चलाए जा रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान का भी विरोध कर रहे हैं, जो पूरी तरह से गलत है।
जनहित के मुद्दों पर टालमटोल का आरोप
सदन की कार्यवाही पर बोलते हुए, अमित यादव ने कहा कि विपक्ष लगातार छात्रवृत्ति, धान खरीद, बेरोजगारी और समितियों से जुड़े जैसे जनहित के महत्वपूर्ण मुद्दे उठा रहा है, लेकिन सरकार इन पर टालमटोल कर रही है। उन्होंने सरकार द्वारा विपक्ष पर हंगामा करने का लगाए गए आरोप को बेतुका बताया।
उन्होंने जोर देकर कहा कि विपक्ष चाहता है कि सदन सुचारू रूप से चले और सरकार स्पष्ट, तथ्यपूर्ण जवाब दे, न कि भ्रमित करने वाली बातें करे। उन्होंने दोहराया कि सदन जनता की उम्मीदों का मंच है और सरकार भ्रामक सूचना देकर अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकती है।



