रांची, 11 दिसंबर (हि.स.)। रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने गुरुवार को नई दिल्ली में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की। इस दौरान सेठ ने रांची को दी जा रही रेल परियोजनाओं के लिए रेल मंत्री का आभार व्यक्त किया और साथ ही रांची में रेल यात्री सुविधाओं के विस्तार को लेकर एक विस्तृत आग्रह पत्र भी सौंपा।
संजय सेठ ने अपने पत्र में कहा कि झारखंड की राजधानी होने के कारण रांची से प्रतिदिन बड़ी संख्या में यात्री आवागमन करते हैं, लेकिन कई शहरों से सीधे कनेक्टिविटी न होने के कारण उन्हें समस्या का सामना करना पड़ता है। उन्होंने इस समस्या के समाधान के लिए विभिन्न ट्रेनों के परिचालन और फेरे बढ़ाने जैसे विषयों पर सकारात्मक पहल करने का आग्रह किया।
प्रमुख रेल मांगों का विवरण
रक्षा राज्य मंत्री ने रेल मंत्री के समक्ष निम्नलिखित महत्वपूर्ण मांगें रखीं:
|
मांग |
विवरण |
|---|---|
|
ट्रेन विस्तार (Extension) |
रांची से आनंद विहार जाने वाली हटिया आनंद विहार सुपरफास्ट एक्सप्रेस (ट्रेन नं.-12825/12826) का विस्तार जयपुर तक किया जाए। इससे झारखंड और राजस्थान के बीच कनेक्टिविटी सुगम हो जाएगी। |
|
नई ट्रेन (Amrit Bharat Express) |
रांची से अहमदाबाद के लिए एक नई अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन शुरू किया जाए, जिससे देश के कई राज्यों की कनेक्टिविटी हो सकेगी और आम जनता का आवागमन सुगम होगा। |
|
पैसेंजर ट्रेन के फेरे (Frequency Increase) |
रांची से लोहरदगा के लिए चलने वाली पैसेंजर ट्रेन के फेरे बढ़ाए जाएं, ताकि क्षेत्र की जनता को सुगम यात्रा मिल सके। |
|
नई मेमू ट्रेन (MEMU Train) |
रांची, सिल्ली और मुरी के लिए एक नई मेमू ट्रेन का परिचालन शुरू किया जाए। इससे किसान, विद्यार्थी और व्यवसाय से जुड़े लोगों का प्रतिदिन का आवागमन आसान होगा। |
|
पैसेंजर/एक्सप्रेस का विस्तार |
हटिया-सांकी पैसेंजर/एक्सप्रेस (ट्रेन नं०-58663/58664/58665/58666) का विस्तार बरकाकाना-हजारीबाग टाउन तक किया जाए। |
|
वंदे भारत एक्सप्रेस (Route Change) |
रांची-बनारस वंदे भारत एक्सप्रेस को सप्ताह में तीन दिन वाया बक्सर होते हुए चलाने का आग्रह किया। |
|
फेरे बढ़ाना (Increase Frequency) |
धरती आबा एक्सप्रेस, हटिया-पुणे एक्सप्रेस, हटिया-एलटीटी एक्सप्रेस (मुंबई), और हटिया-बेंगलुरु एक्सप्रेस जैसी लंबी दूरी की महत्वपूर्ण ट्रेनों के फेरे बढ़ाए जाएं। |
संजय सेठ ने रेल मंत्री से आग्रह किया कि वे क्षेत्र की जनता की भावनाओं और आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए इन मांगों पर आवश्यक कार्यवाही करें और दिशा-निर्देश जारी करें।



