खूंटी, 11 दिसंबर (हि.स.)। खूंटी स्थित इंडियन ऑयल टर्मिनल में गुरुवार से तेल का उठाव पूरी तरह से ठप हो गया है। खूंटी टैंकर एसोसिएशन के आह्वान पर टैंकर चालक हड़ताल पर चले गए हैं, जिसके कारण टर्मिनल के बाहर दर्जनों टैंकर खड़े हैं। इस हड़ताल से झारखंड के विभिन्न जिलों में ईंधन की सप्लाई बाधित होने की आशंका बढ़ गई है, क्योंकि टर्मिनल से रोजाना तीन से चार सौ टैंकरों में तेल लोड होता था।
एसोसिएशन के आरोप: दुर्व्यवहार और सुविधाओं की कमी
टैंकर एसोसिएशन के अध्यक्ष गुलाम मुस्तफा खान उर्फ टीका खान और उमेश भगत ने टर्मिनल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं:
- दुर्व्यवहार: टैंकर चालकों और ट्रांसपोर्टरों के साथ प्रबंधन द्वारा दुर्व्यवहार किया जाता है।
- बुनियादी सुविधाओं का अभाव: प्रतिदिन सैकड़ों टैंकरों के प्रवेश के बावजूद, टर्मिनल में शौचालय, पेयजल और पार्किंग जैसी न्यूनतम सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं हैं।
- सुरक्षा जोखिम: पार्किंग स्थल न होने के कारण चालकों को सड़क किनारे वाहन खड़ा करना पड़ता है, जिससे दुर्घटना का जोखिम बढ़ जाता है।
- आराम की जगह नहीं: आराम के लिए रेस्टरूम भी उपलब्ध नहीं है, जिसके संबंध में प्रबंधन से कई बार आग्रह किया जा चुका है।
एसोसिएशन ने यह भी बताया कि मंगलवार को जब वे अपनी समस्याएं रखने के लिए टर्मिनल पहुंचे, तो उन्हें रोक दिया गया। उन्होंने अधिकारियों के व्यवहार पर नाराजगी जताई और आरोप लगाया कि ट्रांसपोर्टरों के साथ भी सम्मानजनक व्यवहार नहीं किया जाता।
मीडिया से बात करने से इनकार
टैंकरों की हड़ताल के संबंध में इंडियन ऑयल टर्मिनल के प्रबंधन का पक्ष जानने के लिए जब पत्रकार टर्मिनल गेट पहुंचे, तो उन्हें अंदर जाने से रोक दिया गया। मीडिया को बताया गया कि खूंटी की अधिकारी मीडिया से बात करने के लिए अधिकृत नहीं हैं।
फिलहाल टर्मिनल में तेल उठाव कार्य पूरी तरह बंद है, जिससे राज्य में ईंधन की सप्लाई बाधित होने की संभावना बढ़ गई है। मौके पर गुलाम मुस्तफा खान उर्फ टीका खान, सुरेश यादव, जीडी राम, उमेश भगत, चिराग जैन, सादिक अली, पंकज यादव, दिलीप यादव, फैजल रहमान, अमरदीप सिंह, नरेश कुमार आदि मौजूद थे।



