पूर्वी सिंहभूम, 11 दिसंबर (हि.स.)। जिले के उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने गुरुवार को डुमरिया प्रखंड की बांकीशोल पंचायत अंतर्गत बाकुलचन्दा गांव में जिला प्रशासन की पहल पर संचालित ‘हेल्पिंग हैंड्स फाउंडेशन’ के निर्वाण-2 नामक वृद्धाश्रम का औचक निरीक्षण किया।
बुजुर्गों की सुविधाओं की जांच
उपायुक्त ने आश्रम में रह रहे निराश्रित और असहाय बुजुर्गों से बातचीत की। उन्होंने उनकी दैनिक दिनचर्या, उपलब्ध सुविधाओं और आवश्यकताओं की जानकारी ली।
योजनाओं की समीक्षा: उन्होंने सरकारी योजनाओं और सेवाओं से बुजुर्गों को जोड़ा गया है या नहीं, इसकी भी जांच-पड़ताल की।
कमियां: इस दौरान यह बात सामने आई कि कुछ बुजुर्गों के पास पेंशन, आधार कार्ड और बैंक खाता नहीं है।
निर्देश: इस पर उपायुक्त ने बीडीओ डुमरिया नीलेश मुर्मू को आवश्यक कार्रवाई करते हुए छूटे हुए बुजुर्गों को तुरंत सरकारी योजनाओं से जोड़ने का निर्देश दिया।
आश्रम प्रबंधन को विशेष निर्देश
उपायुक्त ने वृद्धाश्रम की आवासीय सुविधा, भोजन व्यवस्था, चिकित्सा देखभाल, स्वच्छता, शौचालय-स्नानगृह और रोजमर्रा की वस्तुओं की उपलब्धता का बारीकी से अवलोकन किया।
मानवता का कार्य: उन्होंने वृद्धाश्रम प्रबंधन की गतिविधियों की समीक्षा करते हुए कहा कि बुजुर्गों की सेवा मानवता का सर्वोच्च कार्य है और संस्थान की पहल बेहद प्रेरणादायक है।
शीतकालीन प्रबंधन: उन्होंने विशेष रूप से ठंड के मौसम को ध्यान में रखते हुए आश्रम प्रबंधन को बुजुर्गों के स्वास्थ्य और सुचारु देखभाल के लिए विशेष प्रबंध सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
उपायुक्त ने इस मौके पर वरिष्ठ नागरिकों के बीच ऊनी वस्त्र, शॉल, गर्म कपड़े सहित अन्य आवश्यक सामग्री का वितरण भी किया। निरीक्षण के दौरान बीडीओ डुमरिया, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और हेल्पिंग हैंड्स फाउंडेशन के प्रतिनिधि मौजूद थे।



