शीतकालीन सत्र का समापन: स्पीकर ने असंगत शब्दों पर चिंता जताई, द्वितीय अनुपूरक बजट पारित

रांची, 11 दिसंबर (हि.स.)। झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के समापन पर गुरुवार को विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) रबींद्र नाथ महतो ने सदन को संबोधित किया। अपने समापन भाषण में उन्होंने सदस्यों को संसदीय मर्यादा बनाए रखने की सलाह दी और सत्र की उपलब्धियां बताईं। इसके साथ ही, विधानसभा की कार्यवाही को अनिश्चितकालीन के लिए स्थगित कर दिया गया।

संसदीय मर्यादा पर बल

​स्पीकर ने कहा कि इस सत्र के दौरान कई बार तीखी राजनीतिक बहसों के बीच कुछ कठोर या असंगत शब्दों का प्रयोग हुआ, जो संसदीय मर्यादा के अनुकूल नहीं है।

  • सामूहिक जिम्मेदारी: उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में मतभेद स्वाभाविक हैं, लेकिन यह हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है कि विचारों की कठोरता, भाषा की कठोरता में परिवर्तित न हो।

सत्र की मुख्य उपलब्धि

​स्पीकर ने द्वितीय अनुपूरक बजट के पारित होने को इस सत्र की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया।

  • प्राथमिकता: उन्होंने बताया कि इस अनुपूरक बजट में महिला एवं बाल विकास विभाग को पर्याप्त प्राथमिकता देते हुए आवंटन किया गया है।
  • प्रतिबद्धता: यह निर्णय राज्य सरकार की सामाजिक-न्याय, पोषण, महिला-सशक्तिकरण और बाल अधिकारों की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। उन्होंने इसे एक स्वागतयोग्य कदम बताया जो झारखंड के सामाजिक ताने-बाने को मजबूत करेगा।

आंकड़ों में शीतकालीन सत्र की फैक्ट फाइल

​स्पीकर ने सत्र के दौरान हुए कार्यों का संक्षिप्त ब्यौरा भी पेश किया:

मद

विवरण

स्वीकृत प्रश्न

कुल 301 (121 अल्पसूचित, 148 तारांकित, 32 अतारांकित)

उत्तर प्राप्त

अल्पसूचित के 118 और तारांकित के 147 प्रश्नों के उत्तर प्राप्त हुए।

लंबित उत्तर

अल्पसूचित 03, तारांकित 01 और अतारांकित 32 प्रश्नों के उत्तर विभागों के पास लंबित हैं।

शून्यकाल

कुल 129 शून्यकाल प्राप्त हुए, जिनमें से 94 सदन में पढ़े गए।

ध्यानाकर्षण सूचनाएं

कुल 42 प्राप्त, 20 स्वीकृत हुईं। 7 सूचनाएं समिति को सुपुर्द की जाएंगी।

गैर-सरकारी संकल्प

कुल 39 संकल्प सदन के समक्ष आए।

शुभकामनाएं

​स्पीकर ने झारखंडवासियों को आगामी नव वर्ष 2026 और राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक पर्वों—सोहराय, बंधना-खुंटांव, मकर संक्रांति और क्रिसमस—की हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कामना की कि ये पर्व राज्य में शांति, भाईचारा, समृद्धि और सामाजिक एकता को और सुदृढ़ करें।

haqeeqatnaama
Author: haqeeqatnaama