केंदुआडीह गैस रिसाव मामला: जांच तेज, सीएमपीडीआई टीम ने ड्रोन से शुरू किया मेजरमेंट, 15-20 दिन में आएगी रिपोर्ट

धनबाद, 11 दिसंबर (हि.स.)। धनबाद के केंदुआडीह थाना क्षेत्र में पिछले नौ दिनों से लगातार जारी गैस रिसाव मामले में जांच प्रक्रिया तेज कर दी गई है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सेंट्रल माइन प्लानिंग एंड डिजाइन इंस्टीट्यूट लिमिटेड (CMPDI), रांची की एक विशेष टीम गुरुवार को केंदुआडीह पहुंची।

सीएमपीडीआई द्वारा ड्रोन से मेजरमेंट

सीएमपीडीआई की टीम का नेतृत्व जियोलॉजी मैनेजर भुवनेश कुमार गुप्ता कर रहे हैं। टीम ने अत्याधुनिक ड्रोन कैमरे का उपयोग कर रिसाव क्षेत्र का विस्तृत मेजरमेंट (माप) शुरू किया है।

भुवनेश कुमार गुप्ता ने बताया कि ड्रोन मुख्य रूप से दो महत्वपूर्ण डेटा एकत्र करेगा:

तापमान आकलन: ड्रोन यह जानने के लिए डेटा एकत्र करेगा कि क्या कहीं का तापमान सामान्य से अधिक है। उन्होंने बताया कि ठंड में अधिकतम तापमान 22 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच है। यदि किसी स्थान पर तापमान इससे अधिक पाया जाता है, तो यह गैस रिसाव या भूगर्भिक गतिविधि का स्पष्ट संकेत होगा।

भौगोलिक और आबादी डेटा: ड्रोन क्षेत्र की आबादी, घरों की संख्या और उनकी भौगोलिक स्थिति का डेटा भी एकत्र करेगा, जो संभावित खतरे वाले क्षेत्रों की पहचान करने में मदद करेगा।

आगे की प्रक्रिया और चिंता

रिपोर्ट में समय: गुप्ता ने स्पष्ट किया कि आकलन की सटीकता सुनिश्चित करने के लिए यह मेजरमेंट दोहराया जाएगा। इस विस्तृत वैज्ञानिक जाँच की अंतिम रिपोर्ट आने में 15 से 20 दिनों का समय लगेगा।

गंभीर स्थिति: गैस रिसाव का आज नौवां दिन है और विशेषज्ञों की टीम द्वारा हर दिन मेजरमेंट जारी है, लेकिन स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है।

दैनिक निगरानी: जहरीली गैस की बढ़ती मात्रा के मद्देनजर, बीसीसीएल के वरीय अधिकारियों ने जांच टीम को प्रतिदिन गैस की मात्रा जांचने का आदेश दिया है। जाँच टीम गैस की मात्रा की जाँच कर रही है और उस डेटा को रिसाव स्थलों पर लगाए गए पोस्टरों पर अंकित किया जा रहा है।

नौ दिनों के बाद भी गैस का स्तर सामान्य से काफी अधिक पाया जाना प्रशासन और निवासियों दोनों के लिए एक बड़ी चिंता का कारण बना हुआ है। गैस निकलने के कारणों का पता लगाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है।

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Author: haqeeqatnaama