खूंटी, 11 दिसंबर (हि.स.)। इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स एसोसिएशन झारखंड प्रदेश के तत्वावधान में गुरुवार को खूंटी निरीक्षण भवन परिसर में मानवाधिकार की सार्वभौमिक घोषणा (Universal Declaration of Human Rights) की 75वीं वर्षगांठ पर एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया।
मुख्य अतिथि का संबोधन
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि जिला विधिक सेवा प्राधिकार की सचिव सह जज राजश्री अपर्णा कुजूर ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
- अधिकारों की रक्षा: उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि संविधान द्वारा प्रदत्त मानवाधिकारों की रक्षा सर्वोपरि है और उनका हनन किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है।
- विधिक सहायता: उन्होंने लोगों को जागरूक करते हुए बताया कि विधिक सेवा प्राधिकार आमजन को निःशुल्क कानूनी सलाह और सहायता उपलब्ध करा रहा है।
झारखंड मानवाधिकार आयोग को सक्रिय करने की मांग
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश महासचिव तपन कुमार घोष ने की।
- निष्क्रिय आयोग: तपन कुमार घोष ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि झारखंड मानवाधिकार आयोग पिछले तीन वर्षों से निष्क्रिय है, जिसके कारण लगभग तीन हजार मामले लंबित हैं।
- सरकार से मांग: उन्होंने राज्य सरकार से आयोग को तुरंत सक्रिय करने की मांग की।
कार्यक्रम में पश्चिमी सिंहभूम जिला अध्यक्ष डॉ. पी.के. विश्वास और खूंटी जिला अध्यक्ष सुदामणी देवी को मुख्य अतिथि की ओर से सम्मानित किया गया। मौके पर विभिन्न जिलों के पदाधिकारी एवं सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।



