पूर्वी सिंहभूम, 11 दिसंबर (हि.स.)। पश्चिमी सिंहभूम जिले में स्थित मेघाहातुबुरु सेल (SAIL) प्रबंधन की ओर से बहदा गांव को कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) सूची में शामिल नहीं किए जाने के फैसले पर ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है।
गुरुवार को गांव में हुई एक महत्वपूर्ण ग्राम सभा में ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से आंदोलन तेज करने का निर्णय लिया।
आंदोलन की चेतावनी
ग्रामीणों ने सेल प्रबंधन को साफ चेतावनी दी है कि:
- यदि 20 दिसंबर तक बहदा गांव को सीएसआर सूची में नहीं जोड़ा गया, तो
- 22 दिसंबर की सुबह 6 बजे से कुमड़ी गांव में लगे पंप सेट और पार्डी पंप हाउस से होने वाली पानी की आपूर्ति अनिश्चितकाल तक बंद कर दी जाएगी।
ग्रामीणों की उपेक्षा का आरोप
गांव के मुंडा रोया सिद्धू ने बताया कि:
- वर्ष 2023 में ग्रामीणों ने उपायुक्त चाईबासा को लिखित आवेदन देकर गांव को सीएसआर सूची में शामिल करने का आग्रह किया था।
- उपायुक्त ने इस संबंध में सेल प्रबंधन को उचित कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया था।
- दो वर्ष बीत जाने के बावजूद सेल प्रबंधन ने कोई ठोस पहल नहीं की और केवल आश्वासन मिलता रहा।
आगे की रणनीति
इसी उपेक्षा के खिलाफ ग्रामीणों ने गुरुवार को ग्राम सभा बुलाकर आगे की रणनीति तय की।
- ग्रामीणों ने साफ कहा कि तय समय सीमा के भीतर मांग पूरी न होने पर आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
- उन्होंने स्पष्ट किया कि इस स्थिति की पूर्ण जिम्मेदारी सेल प्रबंधन की होगी और गांव की मूलभूत सुविधा—पानी—के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा।



