झारखंड के गिरिडीह में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। करीब 20 वर्षों से फरार चल रहे भाकपा (माओवादी) के इनामी नक्सली मोतीलाल किस्कू को बिहार एसटीएफ और अर्धसैनिक बलों ने एक संयुक्त अभियान में गिरफ्तार कर लिया है। नक्सली की गिरफ्तारी गिरिडीह के देवरी थाना इलाके से हुई है।
🚨 गुप्त सूचना पर पकड़ा गया
मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस को मोतीलाल किस्कू के बारे में गुप्त सूचना मिली थी। इसी सूचना के आधार पर गुरुवार रात एक संयुक्त ऑपरेशन चलाया गया। मोतीलाल को देवरी के उसके गांव से उस समय दबोचा गया जब वह गाँव में आराम कर रहा था। इस जॉइंट ऑपरेशन में चकाई पुलिस और सुरक्षा बल के जवान शामिल थे।
🔫 एके-47 लेकर चलता था मोतीलाल
मोतीलाल किस्कू मूल रूप से जमुई जिले के चकाई, चिहरा थाना क्षेत्र के हरनी गांव का निवासी है, और पिछले दो दशकों से नक्सली संगठन में सक्रिय था। वह जमुई जिले के चर्चित जीवलाल पासवान हत्याकांड में भी शामिल रहा है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, मोतीलाल मुठभेड में मारे गए जोनल कमेटी के सदस्य और इनामी नक्सली चिराग दा के दस्ते का सक्रिय सदस्य था और उसके साथ एके-47 राइफल लेकर चलता था।
🚌 कैदी वाहन कांड में भी था शामिल
मोतीलाल किस्कू का नाम 16 साल पहले गिरिडीह में हुए कैदी वाहन कांड में भी सामने आ रहा है। इसके खिलाफ जमुई और गिरिडीह के कई थानों में नक्सली घटनाओं के कई मामले दर्ज हैं।
पुलिस सूत्रों का यह भी दावा है कि गिरफ्तार नक्सली को गिरिडीह और जमुई के सीमावर्ती इलाके पोझा बरमोरिया में नक्सलियों द्वारा छिपाए गए हथियारों के बारे में पुख्ता जानकारी है। उसकी गिरफ्तारी के बाद से ही पूरे इलाके में व्यापक सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।




