जमशेदपुर के बर्मामाइंस क्षेत्र में लगातार बढ़ रही गंभीर समस्याओं को लेकर ‘बस्ती बचाओ संघर्ष समिति’ के प्रतिनिधियों ने शुक्रवार को उपायुक्त (डीसी) को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा और इन समस्याओं के तत्काल समाधान की मांग की।
समिति के संरक्षक और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व जिलाध्यक्ष रामबाबू तिवारी ने बताया कि स्थानीय लोग कई गंभीर मुद्दों से जूझ रहे हैं, जिनमें प्रमुख हैं: वायु प्रदूषण, भीषण सड़क जाम, दुर्घटनाएं, और नुवोको सीमेंट कंपनी की गाड़ियों द्वारा पुंज कंपनी परिसर में की जा रही अवैध पार्किंग।
🛣️ सड़क की घेराबंदी और जाम की समस्या
समिति ने सड़कों की समस्या को प्रमुखता से उठाया है। बताया गया कि पिछले डेढ़ वर्ष से टाटा स्टील प्रबंधन द्वारा बर्मामाइंस की सड़कों की लगातार घेराबंदी की जा रही है, जिसके कारण सड़कें काफी संकरी हो गई हैं।
सड़कें संकरी होने की वजह से हर समय ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है। इस जाम के कारण एंबुलेंस, स्कूल बसों, ऑफिस जाने वाले कर्मचारियों और रेल यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। समिति ने प्रशासन से सड़कों के तत्काल विस्तारीकरण और चौड़ीकरण की मांग की है।
🌬️ प्रदूषण और अवैध पार्किंग के आरोप
समिति के सदस्यों ने आरोप लगाया कि बर्मामाइंस बाजार के पास स्थित स्लैग प्वाइंट से प्रतिदिन भारी मात्रा में धूल उड़ती है, जिससे आसपास के निवासियों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। राहगीर भी इस प्रदूषण से प्रभावित हो रहे हैं।
इसके अलावा, समिति ने आरोप लगाया कि नुवोको सीमेंट कंपनी की गाड़ियों को पुंज कंपनी परिसर में अवैध रूप से पार्क कराया जा रहा है, और इसके नाम पर धन उगाही भी की जा रही है। इन भारी वाहनों की लंबी कतारों के कारण सड़क जाम होना अब आम बात हो गई है।
🏘️ अफवाहों से बस्ती में भय का माहौल
समिति ने यह भी आरोप लगाया कि जुस्को से जुड़े कुछ लोग बस्ती में यह अफवाह फैला रहे हैं कि क्षेत्र की बस्तियों को जल्द तोड़ा जाएगा। इस कारण निवासियों में भय और असुरक्षा का माहौल बन गया है। कई आवासीय मार्गों को बंद किए जाने से भी लोगों की चिंताएं बढ़ गई हैं।
📅 14 दिसंबर को शांतिपूर्ण धरना
इन सभी ज्वलंत मुद्दों को लेकर बर्मामाइंस के निवासियों ने निर्णय लिया है कि ‘बस्ती बचाओ संघर्ष समिति’ के बैनर तले 14 दिसंबर, रविवार को सुबह 11 बजे दुर्गा पूजा मैदान, बर्मामाइंस में एक एक दिवसीय शांतिपूर्ण धरना आयोजित किया जाएगा। इस धरने की पूर्व सूचना उपायुक्त को दे दी गई है। समिति ने उम्मीद जताई है कि प्रशासन इन गंभीर समस्याओं पर शीघ्रता से कोई ठोस कदम उठाएगा।



