रामगढ़ छावनी परिषद स्टाफ क्वार्टर निवासी सोनू कुमार राम हत्याकांड में लगातार नए और चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। शुक्रवार की शाम को सोनू की खोपड़ी धंधार पोखर के समीप जलकुंभी के बीच में फेंकी हुई मिली।
पुलिस ने जब खोपड़ी की जाँच की, तो उसके सिर के ठीक पीछे गोली मारे जाने का निशान पाया गया। इससे यह स्पष्ट होता है कि हत्यारे ने उसे जान से मारने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी थी। आशंका है कि उसे घुटनों के बल बिठाकर सिर के पीछे गोली मारी गई, ताकि उसके बचने की कोई गुंजाइश न रहे।
💔 टुकड़ों में काटा गया था शव
हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए उसे कई छोटे-छोटे टुकड़ों में काट दिया गया था। सोनू के हाथ एक कुएं से बरामद हुए, जबकि शरीर के अन्य अंगों के कंकाल अलग-अलग जगहों से मिले हैं।
शिबू कॉलोनी, नेहरू रोड के धंधार पोखर के पास दलदल में फेंकी गई सोनू कुमार राम की खोपड़ी से यह स्पष्ट हो गया है कि उसकी हत्या महीनों पहले कर दी गई थी।
🧠 शातिर हत्यारे ने लगाई थी ठिकाने
पुलिस के अनुसार, हत्यारे ने लाश को ठिकाने लगाने के लिए बड़ी ही सफाई और शातिर दिमाग का इस्तेमाल किया था। सोनू जिस मोहल्ले में रहता था, वहीं के रंजीत सिंह उर्फ नाना भाई नामक व्यक्ति के संपर्क में वह काफी लंबे समय से था। जब पुलिस ने रंजीत को हिरासत में लिया, तो पूरी गुत्थी सुलझ गई और इस जघन्य हत्याकांड का खुलासा हुआ।



