इंटर फॉर्म से वंचित 600 से अधिक छात्रों का बेड़ो में प्रदर्शन, डीईओ के आश्वासन पर शांत हुआ मामला

राजधानी रांची के बेड़ो स्थित एसएस प्लस-टू उच्च विद्यालय में वर्ष 2026 की इंटर (12वीं) परीक्षा का फॉर्म भरने से 600 से अधिक छात्रों को वंचित किए जाने के विरोध में शुक्रवार को छात्रों और अभिभावकों ने जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने विद्यालय का घेराव करते हुए फॉर्म भरने की अनुमति देने और विद्यालय की जर्जर व्यवस्था में तत्काल सुधार की मांग की।

​📉 कम उपस्थिति या अव्यवस्था?

  • विद्यालय प्रशासन का पक्ष: विद्यालय प्रशासन के अनुसार, कई छात्रों की उपस्थिति (Attendance) कम होने के कारण उन्हें परीक्षा फॉर्म भरने से रोका गया है।
  • छात्रों का आरोप: छात्रों ने इन आरोपों को अनुचित बताते हुए कहा कि विद्यालय में नियमित कक्षाएं संचालित नहीं होती हैं, शिक्षकों की भारी कमी है, और भवन, स्वच्छ पेयजल, शौचालय, साफ-सफाई, विज्ञान प्रयोगशाला और पुस्तकालय जैसी बुनियादी सुविधाएँ वर्षों से बदहाल हैं। छात्रों का कहना था कि विद्यालय की अव्यवस्था की जिम्मेदारी उन पर डालना गलत है।

​आदिवासी छात्र संघ (डीएसपीएमयू) के अध्यक्ष विवेक तिर्की ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि खराब व्यवस्था की सज़ा बच्चों को देना अमानवीय है और अटेंडेंस के नाम पर उन्हें दंडित करना उचित नहीं है।

​🤝 डीईओ ने दिया सुधार का आश्वासन

​प्रदर्शन की सूचना मिलने पर जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) विद्यालय पहुँचे और छात्रों तथा अभिभावकों से संवाद किया। लगभग दो घंटे चली लंबी वार्ता के बाद, डीईओ ने निम्नलिखित आश्वासन दिए, जिसके बाद प्रदर्शन समाप्त हुआ:

  1. परीक्षा फॉर्म: इंटर परीक्षा फॉर्म भरने की अंतिम तिथि बढ़ाई जाएगी, और किसी भी योग्य छात्र को परीक्षा से वंचित नहीं किया जाएगा।
  2. बुनियादी सुविधाएँ: विद्यालय भवन की मरम्मत जल्द शुरू की जाएगी और पेयजल, शौचालय, साफ-सफाई समेत अन्य मूलभूत सुविधाओं को शीघ्र बहाल किया जाएगा।

​प्रदर्शन के दौरान पंकज उरांव, वीएचपी बेड़ो प्रखंड अध्यक्ष शासी टाइगर, और झामुमो कार्यकर्ता मुन्ना बड़ाईक भी मौजूद थे।

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Author: haqeeqatnaama