मुरहू (खूंटी), 15 दिसंबर। नेशनल हाईवे-75ई पर पंचघाघ मोड़ के पास सोमवार को उस समय गंभीर खतरा सामने आया, जब सड़क किनारे उगी झाड़ियों की कटाई के बाद यह स्पष्ट हुआ कि ब्लैक टॉप के बिल्कुल सटे हिस्से में फ्लैंक नहीं, बल्कि पांच से दस फीट गहरे गड्ढे मौजूद हैं। तीखे मोड़ पर घनी झाड़ियों के कारण विजिबिलिटी पूरी तरह समाप्त हो चुकी थी, जिससे हर समय गंभीर सड़क दुर्घटना की आशंका बनी हुई थी।
दुर्घटनाओं की रोकथाम के उद्देश्य से मुरहू पुलिस ने सोमवार सुबह विशेष अभियान चलाया। थाना प्रभारी नायल गोडविन केरकेट्टा के नेतृत्व में मदईत (श्रमदान) परंपरा के तहत सड़क के दोनों ओर उगी झाड़ियों की सफाई की गई। इस अभियान में सांसद प्रतिनिधि मो. नईमुद्दीन खां, मुखिया पति सुशील सोय, सब इंस्पेक्टर कुलदीप रोशन बारी, एसआईआरबी के सब इंस्पेक्टर गोपाल शरण, सहायक अवर निरीक्षक रंजीत तिग्गा, परमानंद महतो, हवलदार उदय कुमार, पप्पू कुमार सिंह सहित मुरहू थाना व एसआईआरबी के जवान शामिल रहे। श्रमदान के बाद सभी ने सामूहिक रूप से नाश्ता भी किया।

मौके पर थाना प्रभारी नायल गोडविन केरकेट्टा ने बताया कि सड़क सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह पहल की गई है। नववर्ष के अवसर पर पंचघाघ और हिरनी फॉल आने-जाने वाले सैलानियों की संख्या बढ़ जाती है। झाड़ियों के कारण तीखे मोड़ पर दृश्यता समाप्त हो गई थी, जिससे दुर्घटना की प्रबल आशंका थी। आम लोगों के सहयोग से झाड़ियों की कटाई कर स्थिति को फिलहाल सुरक्षित बनाया गया है।
वहीं सांसद प्रतिनिधि मो. नईमुद्दीन खां ने कहा कि सड़क किनारे झाड़ियों की कटाई और फ्लैंक निर्माण एनएचएआई की जिम्मेदारी है। उन्होंने मौके पर ही विभागीय अभियंता से बात की और गड्ढों को भरकर फ्लैंक निर्माण का मुद्दा 22 दिसंबर को होने वाली दिशा की बैठक में उठाने की बात कही।
झाड़ियों की कटाई से पंचघाघ मोड़ पर विजिबिलिटी तो बहाल हो गई है, लेकिन ब्लैक टॉप से सटे गहरे गड्ढों को भरकर फ्लैंक नहीं बनाए जाने की स्थिति में दुर्घटनाओं की आशंका अब भी बनी हुई है। स्थानीय लोगों ने शीघ्र स्थायी समाधान की मांग की है।






