ओरमांझी (रांची):ओरमांझी अंचल के टुंडाहुली पंचायत अंतर्गत बिजांग गांव में खाता नंबर–1 से जुड़े भूमि विवाद को लेकर बुधवार को एक महत्वपूर्ण ग्राम सभा का आयोजन किया गया। बैठक का मुख्य उद्देश्य खाता नंबर–1 के प्लॉट संख्या 315, 128 एवं 306 से संबंधित विवाद की स्थिति पर चर्चा करना और समाधान की दिशा में पहल करना था।
उल्लेखनीय है कि उक्त प्लॉटों में कुल 3.18 एकड़ भूमि को लेकर बीते कई महीनों से विवाद की स्थिति बनी हुई है। ग्रामीणों का आरोप है कि इस भूमि पर भू-माफियाओं द्वारा दावे किए जा रहे हैं, वहीं अलग-अलग पक्ष स्वामित्व को लेकर अपना-अपना दावा प्रस्तुत कर रहे हैं। विवाद की गंभीरता को देखते हुए अंचल कार्यालय की ओर से एक प्रतिनिधि टीम का गठन कर औचक निरीक्षण के लिए मौके पर भेजा गया।

निरीक्षण दल में अंचल निरीक्षक एवं अमीन प्रमुख रूप से शामिल थे। वहीं, शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए ओरमांझी थाना की पुलिस भी ग्राम सभा में उपस्थित रही। बैठक में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण शामिल हुए।
अंचल कार्यालय की टीम ने मौके पर पहुंचकर पूरे विवादित भूखंड का भौतिक निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों ने ग्रामीणों की बातें सुनीं तथा आवश्यक तथ्यों का संकलन किया।
ग्रामीणों ने बताया कि उक्त भूमि पर गांव के बच्चों के लिए खेल मैदान विकसित किया जा रहा था, जिसे लेकर दूसरे पक्ष ने आपत्ति जताते हुए जमीन को अपनी रैयती भूमि बताया। इसी क्रम में पूर्व में दोनों पक्ष अंचल कार्यालय भी पहुंचे थे, जहां अंचल अधिकारी ने जांच टीम भेजने का आश्वासन दिया था।
ग्रामीणों का कहना है कि विवादित भूमि पर राजकीय प्राथमिक विद्यालय बिजांग, आंगनबाड़ी केंद्र, विद्यालय की रसोईघर, तथा वर्षों से ग्रामीणों द्वारा पूजित देवी मड़ई स्थित है। ग्रामीणों के अनुसार यह भूमि परंपरागत रूप से गांव की रही है, जबकि दूसरे पक्ष की ओर से निबंधित कागजात प्रस्तुत किए जा रहे हैं।
अंचल की निरीक्षण टीम ने निष्पक्ष जांच का आश्वासन देते हुए कहा कि सभी दस्तावेजों और भौतिक तथ्यों के आधार पर रिपोर्ट तैयार कर वरीय अधिकारियों को भेजी जाएगी।
ग्राम सभा में ग्राम प्रधान रावना बेदिया, अध्यक्ष लालमोहन करमाली, वार्ड सदस्य कृष्णा बेदिया, प्रमुख बुधराम बेदिया, पंचायत समिति सदस्य रीना मुंडा, उप मुखिया रेखा देवी, राजकीय प्राथमिक विद्यालय बिजांग के शिक्षक राम कुमार सिंह, समाजसेवी महेंद्र महतो एवं बाबूराम गोप, पूर्व पंचायत समिति सदस्य मनमोहन बेदिया सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द निष्पक्ष जांच कर भूमि विवाद का स्थायी समाधान किया जाए, ताकि गांव में शांति और सामाजिक सौहार्द बना रहे।



