चाईबासा/बड़ाजामदा: पश्चिमी सिंहभूम पुलिस ने अक्टूबर माह में हुई सनसनीखेज डकैती कांड में एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। पुलिस ने जमशेदपुर के एक शातिर अपराधी को भारी मात्रा में अवैध हथियारों और जिंदा कारतूसों के साथ गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी उस समय हुई जब आरोपित डकैती में प्रयुक्त हथियारों की खेप पहुंचाने बड़ाजामदा पहुंचा था।
गुप्त सूचना पर बिछाया गया जाल
शुक्रवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीएसपी अजय करकेटा ने बताया कि एसपी को शुक्रवार (19 दिसंबर) को गुप्त सूचना मिली थी। सूचना के अनुसार, बड़ाजामदा निवासी अनिल चौरसिया के घर हुई डकैती में इस्तेमाल किए गए हथियार और गोलियों की सप्लाई के लिए एक व्यक्ति इलाके में आने वाला है।
सूचना की गंभीरता को देखते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (किरीबुरु) के नेतृत्व में एक विशेष छापेमारी टीम का गठन किया गया। टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बड़ाजामदा बस स्टैंड के पास घेराबंदी की और जमशेदपुर निवासी करण कुमार महतो (24 वर्ष) को धर दबोचा।
बरामद हथियारों का जखीरा
तलाशी के दौरान पुलिस ने आरोपित के पास से हथियारों का बड़ा जखीरा बरामद किया है, जिसमें शामिल हैं:
- 01 सिल्वर रंग का देशी कट्टा
- 01 स्वचालित पिस्तौल (Automatic Pistol)
- 02 खाली मैगजीन
- 41 जिंदा कारतूस (7.65 MM)
- 10 जिंदा कारतूस (9 MM)
- 09 जिंदा कारतूस (8 MM)
- 01 मोबाइल फोन
रिश्तेदारी और अपराध का कनेक्शन
पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि गिरफ्तार करण कुमार महतो, इस डकैती कांड के मुख्य अभियुक्त दीपक महतो का भतीजा है। दीपक पहले ही जेल भेजा जा चुका है। करण यह हथियार और कारतूस इस मामले के एक अन्य वांछित अपराधी, बड़ाजामदा निवासी राजू लोहार को देने के लिए आया था।
क्या था मामला?
अक्टूबर माह में अपराधियों ने अनिल चौरसिया के घर धावा बोलकर ढाई लाख रुपये नकद, 90 हजार का सोने का ब्रेसलेट और 80 हजार की सोने की चेन लूट ली थी। इस मामले में पुलिस अब तक कुल 6 अपराधियों (5 पहले और 1 अब) को सलाखों के पीछे भेज चुकी है।
जांच और टीम
पुलिस अब राजू लोहार की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। इस सफल अभियान में किरीबुरु एसडीपीओ अजय केरकेट्टा, बड़ाजामदा ओपी प्रभारी बालेश्वर उरांव, चंद्रशेखर, धनंजय सिंह और सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।




