हजारीबाग | 22 दिसंबर, 2025 हजारीबाग के शिवपुरी इलाके में एक युवक की आत्महत्या ने पूरे शहर में तनाव और आक्रोश पैदा कर दिया है। इंसाफ की गुहार लगाते-लगाते थक चुके एक परिवार के चिराग ने जब खुदकुशी की, तो लोगों का धैर्य जवाब दे गया। सोमवार को आक्रोशित परिजनों और स्थानीय निवासियों ने मुख्य सड़क जाम कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया।
न्याय की आस में टूटा हौसला
मृतक की पहचान शिवपुरी निवासी योगेश कुमार मंडल के रूप में हुई है। इस दुखद घटना के पीछे एक पुरानी टीस छिपी है। परिजनों का आरोप है कि योगेश के छोटे भाई की हत्या दो साल पहले कर दी गई थी। पिता तीतू मंडल ने रुंधे गले से बताया कि उनका परिवार दो वर्षों से पुलिस और प्रशासन के चक्कर काट रहा था, लेकिन हत्याकांड के आरोपियों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इसी मानसिक दबाव और सिस्टम की बेरुखी से आहत होकर योगेश ने मौत को गले लगा लिया।
सड़क पर उतरा जन-आक्रोश
घटना के विरोध में सोमवार को परिजनों ने शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर स्थित छठ तालाब मोड़ के पास मुख्य सड़क को जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने:
- योगेश का शव सड़क पर रखकर घंटों प्रदर्शन किया।
- पुराने हत्याकांड के आरोपितों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।
- पुलिस प्रशासन की सुस्त कार्यप्रणाली के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
घंटों बाधित रहा यातायात, प्रशासन ने दिया आश्वासन
सड़क जाम होने के कारण शहर की लाइफलाइन माने जाने वाली मुख्य सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं, जिससे आम जनता को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी और अतिरिक्त बल मौके पर पहुंचे।
काफी देर तक चली खींचतान और पुलिस द्वारा ‘पुराने मामले में ठोस कार्रवाई और दोषियों की जल्द गिरफ्तारी’ का लिखित/मौखिक आश्वासन दिए जाने के बाद परिजन सड़क से हटने को तैयार हुए। इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और यातायात सामान्य कराया जा सका।




