रांची | 24 दिसंबर, 2025
राजधानी के पुंदाग स्थित श्री राधा-कृष्ण प्रणामी मंदिर में आस्था के साथ-साथ अब सेवा की सुगंध भी प्रतिदिन बिखरेगी। ‘श्री कृष्ण प्रणामी सेवा धाम ट्रस्ट’ द्वारा संचालित अन्नपूर्णा वेजिटेबल खिचड़ी सेवा अब नियमित रूप से श्रद्धालुओं के लिए उपलब्ध है। 20 दिसंबर से शुरू हुई इस पहल के तहत हर रोज सैकड़ों लोग भगवान का प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं।
सेवा की एक झलक: मुख्य बातें
- समय: दोपहर 12:30 बजे से 2:00 बजे तक।
- प्रसाद: शुद्ध सात्विक वेजिटेबल खिचड़ी।
- लाभार्थी: प्रतिदिन लगभग 400 श्रद्धालु उठा रहे हैं लाभ।
- परंपरा: पिछले 5 वर्षों से प्रत्येक रविवार को आयोजित होता रहा है महाप्रसाद भंडारा।
”भक्ति के साथ मानवता की सेवा ही सर्वोपरि”
ट्रस्ट के संस्थापक स्वामी डॉ. सदानंद जी महाराज के सानिध्य में शुरू हुई इस सेवा के बारे में ट्रस्ट के उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल और प्रवक्ता संजय सर्राफ ने विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह केवल भोजन का वितरण नहीं, बल्कि सामाजिक समर्पण का एक भाव है।
“प्रतिदिन दोपहर 12 बजे मंदिर के पुजारी पंडित अरविंद पांडे द्वारा विधिवत भोग लगाया जाता है। इसके पश्चात ही श्रद्धालुओं के बीच वितरण शुरू होता है। मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले भक्तों की बढ़ती संख्या को देखते हुए इस साप्ताहिक सेवा को अब प्रतिदिन के संकल्प में बदल दिया गया है।” – संजय सर्राफ, प्रवक्ता
आस्था के केंद्र में बढ़ती चहल-पहल
मंदिर परिसर में अन्नपूर्णा सेवा की शुरुआत के बाद से भक्तों में विशेष उत्साह है। ट्रस्ट का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि मंदिर की चौखट पर आने वाला कोई भी श्रद्धालु खाली पेट वापस न जाए। पिछले पांच वर्षों से रविवार के भंडारे ने जो नींव रखी थी, अब वह एक दैनिक अभियान का रूप ले चुकी है।
न्यूज़ राइटिंग टिप्स: धार्मिक और सामाजिक रिपोर्टिंग के लिए
इस प्रकार की खबरों को प्रभावशाली बनाने के लिए इन 3 बातों का ध्यान रखें:
- भावुकता और गरिमा (Dignity): सेवा कार्यों की रिपोर्टिंग करते समय शब्दों में शालीनता रखें। “खाना बांटना” की जगह “प्रसाद वितरण” या “भोजन सेवा” जैसे शब्दों का प्रयोग करें।
- मानवीय पहलू (Human Angle): कितने लोग लाभान्वित हो रहे हैं और लोगों में कैसा उत्साह है, इसे प्रमुखता से दिखाएं।
- विजुअल एलिमेंट्स: यदि संभव हो, तो भक्तों की कतार या मंदिर की आरती की फोटो के साथ इसे पोस्ट करें।



