पूर्वी सिंहभूम, 8 दिसंबर (हिं.स.)।
झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के बहरागोड़ा प्रखंड के बरसोल थाना क्षेत्र स्थित जयपुरा गांव में महादलित परिवारों के साथ जातिगत भेदभाव और सामाजिक बहिष्कार का एक गंभीर मामला सामने आया है। लगभग एक माह से गांव के नाई समुदाय द्वारा कथित तौर पर अनुसूचित जाति और महादलित परिवारों के बाल काटने से मना करने के कारण गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई थी।
लंबित शिकायतें और भाजपा नेता का हस्तक्षेप
महादेव बैठा, रखहरि मुखी, दिलीप मंडल और अन्य प्रभावित परिवारों ने बताया कि उन्होंने कई बार इस संबंध में बरसोल थाना में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन शुरुआत में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। लगातार बढ़ते भेदभाव से परेशान होकर, महादलित परिवारों ने भाजपा नेता विमल किशोर बैठा से सहायता मांगी।
सूचना मिलने पर, विमल किशोर बैठा ने तुरंत हस्तक्षेप किया और बरसोल थाना प्रभारी अवधेश कुमार से मिलकर कार्रवाई की मांग की।
पुलिस की चेतावनी और कानूनी कार्रवाई की धमकी
पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए गांव के नाई दुकानदारों और संबंधित लोगों को थाना बुलाकर पूछताछ की।
थाना प्रभारी ने स्पष्ट किया कि छुआछूत, भेदभाव या सामाजिक बहिष्कार कानूनन दंडनीय अपराध है। पुलिस ने सभी संबंधित लोगों से लिखित में यह आश्वासन लिया कि भविष्य में ऐसी कोई घटना दोबारा नहीं होगी। साथ ही, उन्हें चेतावनी दी गई कि उल्लंघन करने पर उनके खिलाफ एससी-एसटी अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस की इस सख्ती के बाद सोमवार से गांव में शांति लौट आई है और महादलित परिवारों ने इस कार्रवाई पर राहत व्यक्त की है।




