पूर्वी सिंहभूम, 8 दिसंबर (हिं.स.)।
टाटानगर रेलवे स्टेशन पर वीआईपी लेन को स्टील बैरिकेड लगाकर पूरी तरह बंद किए जाने और टाटानगर आने वाली यात्री ट्रेनों के लगातार विलंब से चलने को लेकर आजसू पार्टी ने कड़ा विरोध जताया है। सोमवार को आजसू जिला अध्यक्ष कन्हैया सिंह के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने स्टेशन अधीक्षक सुनील कुमार को डीआरएम के नाम ज्ञापन सौंपा और जनांदोलन की चेतावनी दी।
वीआईपी लेन बंद होने से यात्रियों को परेशानी
आजसू पार्टी ने कहा कि वीआईपी लेन बंद कर दिए जाने से आम यात्रियों, दिव्यांगजन, एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड जैसी आपातकालीन सेवाओं और परिजनों को छोड़ने-लेने आने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
जुर्माना: ड्रॉपिंग लेन में गाड़ी 10 मिनट से अधिक समय तक रुकने पर ₹500 का जुर्माना लगाया जाता है, जिससे आम जनता पर अनावश्यक आर्थिक बोझ बढ़ेगा।
व्यवस्था बाधित: पार्टी ने तर्क दिया कि वीआईपी आगमन की प्रतीक्षा में गाड़ियां ड्रॉपिंग लेन में खड़ी होंगी, जिससे आम यात्रियों की गाड़ियां फंस जाएंगी और पूरी व्यवस्था बाधित हो जाएगी।
ट्रेनों के विलंब पर आक्रोश
प्रतिनिधिमंडल ने यह भी आरोप लगाया कि चांडिल, चक्रधरपुर और घाटशिला तक सही समय पर पहुंचने वाली ट्रेनें टाटानगर स्टेशन पहुँचने में तीन से चार घंटे की देरी कर रही हैं, जिससे यात्रियों की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है।
स्टेशन अधीक्षक का जवाब और आंदोलन की चेतावनी
स्टेशन अधीक्षक सुनील कुमार ने प्रतिनिधिमंडल को बताया कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल और मुख्यमंत्री को छोड़कर किसी को वीआईपी श्रेणी में नहीं रखा गया है और आवागमन निकास द्वार से ही होगा। उन्होंने कहा कि आपातकालीन सेवाओं के आवागमन को लेकर अभी विचार-विमर्श जारी है।
हालांकि, पूर्व मंत्री रामचंद्र सहिस ने डीआरएम की कार्यशैली को जनभावना के विरुद्ध बताते हुए आंदोलन की चेतावनी दी। वहीं, जिला अध्यक्ष कन्हैया सिंह ने स्पष्ट किया कि यदि समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो आजसू पार्टी उग्र आंदोलन और अनशन करने को बाध्य होगी।




