पश्चिमी सिंहभूम, 11 दिसंबर (हि.स.)। समाहरणालय स्थित प्रकोष्ठ में गुरुवार को उपायुक्त चंदन कुमार की अध्यक्षता में गव्य विकास, पशुपालन एवं मत्स्य विभाग की योजनाओं की प्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। विभागीय अधिकारियों ने बैठक में विभिन्न योजनाओं से संबंधित प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की।
मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना की प्रगति
- चालू वित्त वर्ष (2025-26):
- लक्ष्य: 1603 लाभुकों को लाभ देना।
- वर्तमान स्थिति: चयन समिति के माध्यम से अब तक 779 लाभुकों को डीबीटी (DBT) से राशि हस्तांतरित की गई है, और 195 यूनिट का वितरण पूरा हो चुका है।
- बीते वित्त वर्ष (2024-25):
- उपलब्धि: 2596 लाभुकों को डीबीटी से राशि दी गई और 2082 यूनिट का वितरण किया गया था।
उपायुक्त ने जिला पशुपालन पदाधिकारी को निर्देश दिया कि चालू वित्तीय वर्ष में लक्ष्य के अनुरूप सभी लाभुकों का चयन और उनके एस्क्रो बैंक खातों का समय पर संचालन सुनिश्चित किया जाए, ताकि राशि हस्तांतरण में कोई देरी न हो।
गव्य और मत्स्य विभाग की योजनाएं
- गव्य प्रक्षेत्र (Dairying):
- योजनाएं: 2 गाय, 5 गाय और 10 गाय वितरण योजनाओं के अलावा चारा कटिंग मशीन और खोवा मेकिंग मशीन सब्सिडी दर पर लाभुकों को उपलब्ध कराई जा रही है।
- 2 गाय वितरण योजना: 150 लाभुकों के लक्ष्य के विरुद्ध 134 का चयन हो चुका है और लगभग 60 लाभुकों के एस्क्रो खाते खोले गए हैं।
- मत्स्य विभाग:
- तालाब बंदोबस्ती: 498 तालाबों की बंदोबस्ती के लक्ष्य के विरुद्ध 435 तालाबों का कार्य पूरा कर लिया गया है।
- केज कल्चर: जिले की तीन बंद खदानों में केज कल्चर के माध्यम से मछली पालन किया जा रहा है और अन्य बंद खदानों का सर्वेक्षण भी जारी है।
बैठक में संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।




