(संशोधित) पुणे के ISIS मॉड्यूल और टेरर फंडिंग केस: NIA ने हजारीबाग में की छापेमारी, संदिग्ध शाहनवाज आलम से जुड़े इनपुट की जांच

हजारीबाग, 11 दिसंबर (हि.स.)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की टीम ने पुणे के आईएसआईएस मॉड्यूल और टेरर फंडिंग से जुड़े मामले की जांच के सिलसिले में गुरुवार को हजारीबाग में छापेमारी की। एनआईए की टीम अहले सुबह हजारीबाग के पेलावल थाना क्षेत्र के पगमिल स्थित एक घर में पहुंची।

कार्यवाही: एनआईए की टीम ने घर की एक बुजुर्ग महिला से पूछताछ की और घर में रखे दस्तावेजों को खंगाला।

सुरक्षा व्यवस्था: एनआईए की टीम तीन गाड़ियों में पहुंची थी और सुरक्षा के लिए अतिरिक्त बल की तैनाती की गई थी।

जांच का आधार: यह कार्रवाई कथित तौर पर संदिग्ध आतंकी शाहनवाज सफी उज्जमा आलम से जुड़े मामले की जांच करने के लिए की गई थी, जिसे वर्ष 2023 में गिरफ्तार किया गया था। एनआईए को इस मामले में कुछ नए इनपुट मिले थे, जिसकी तफ्तीश करने के लिए टीम यहां आई थी।

कौन है शाहनवाज आलम?

शाहनवाज आलम मूल रूप से झारखंड के हजारीबाग जिले का रहने वाला है।

गिरफ्तारी: उसे दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अक्टूबर 2023 में दिल्ली से गिरफ्तार किया था। उसकी गिरफ्तारी पुणे के आईएसआईएस मॉड्यूल मामले में हुई थी।

आपराधिक इतिहास: इससे पहले वर्ष 2019 में, हजारीबाग में डकैती और चोरी के कई मामलों में उसकी गिरफ्तारी हुई थी और वह 8-9 महीने जेल में रहा था।

आईएसआईएस से जुड़ाव: दिसंबर 2020 में कोर्ट से जमानत मिलने के बाद कथित तौर पर वह आईएसआईएस हैंडलर के संपर्क में आया।

फरार और इनाम: पुणे पुलिस की हिरासत से भागने के बाद एनआईए ने उस पर तीन लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।

खुलासा: एनआईए की पूछताछ में पता चला था कि शाहनवाज सफी उज्जमा एक कुख्यात आईएसआईएस आतंकी था।

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Author: haqeeqatnaama