झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) के. रवि कुमार ने मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण कार्य की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि इस प्रक्रिया के दौरान एक भी योग्य मतदाता छूटने न पाएँ।
रांची स्थित निर्वाचन सदन से शुक्रवार को राज्य के सभी जिलों के उप निर्वाचन पदाधिकारियों (Deputy Election Officers) के साथ आयोजित वर्चुअल बैठक में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने महत्वपूर्ण दिशानिर्देश जारी किए।
📞 अन्य राज्यों के मतदाता ऐसे जोड़ें अपना नाम
सीईओ ने अन्य राज्यों से आए मतदाताओं के लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि जिन मतदाताओं का नाम पिछले गहन पुनरीक्षण में झारखंड की मतदाता सूची में शामिल नहीं था, वे निम्नलिखित माध्यमों से अपना नाम जुड़वा सकते हैं:
- पिछले पुनरीक्षण की सूची: मतदाता भारत निर्वाचन आयोग और मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, झारखंड की वेबसाइट पर सर्चेबल फॉर्मेट में उपलब्ध पिछली गहन पुनरीक्षण की मतदाता सूची में अपना नाम ढूँढ सकते हैं।
- बीएलओ से संपर्क: सूची में नाम मिलने पर मतदाता अपने बीएलओ (ब्लॉक लेवल अधिकारी) से संपर्क कर सकते हैं।
- सहायता के लिए कॉल: किसी भी सहायता के लिए मतदाता टोल-फ्री नंबर 1950 पर भी कॉल कर सकते हैं।
📋 मैपिंग और निरीक्षण पर जोर
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि वर्तमान सूची बनाने के लिए बीएलओ ऐप में पिछली सूची की मैपिंग की जा रही है। इसके साथ ही, अन्य राज्यों से आए मतदाताओं की जानकारी मैनुअल रजिस्टर में दर्ज की जा रही है ताकि गहन पुनरीक्षण के दौरान कोई भी योग्य नागरिक छूट न जाए।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि पैरेंटल मैपिंग और ए.एस.डी (Absent, Shifted, Dead) सूची बनाते समय सभी नियमों का पूर्णतः पालन किया जाए। उन्होंने जोर देकर कहा कि हर स्तर पर निरीक्षण (Inspection) की प्रक्रिया लागू है और इसका कड़ाई से पालन आवश्यक है।
कुमार ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन (पीपीटी) के माध्यम से अधिकारियों को पिछले एसआईआर (Special Summary Revision) से वर्तमान मतदाता सूची की मैपिंग और निरीक्षण के प्रमुख बिंदुओं पर विस्तृत प्रशिक्षण भी दिया।
बैठक में संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुबोध कुमार, उप निर्वाचन पदाधिकारी धीरज कुमार ठाकुर, प्रियंका सिंह, अवर निर्वाचन पदाधिकारी सुनील कुमार और सभी जिलों के उप निर्वाचन पदाधिकारी, एचडीएम, कंप्यूटर ऑपरेटर ऑनलाइन उपस्थित थे।



