पूर्वी सिंहभूम: विजय दिवस की पूर्व संध्या पर विद्यार्थियों को कराया गया 1971 के शौर्य से रूबरू

पूर्वी सिंहभूम, 15 दिसंबर (हि.स.)।

​अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद ने विजय दिवस के अवसर पर शहर के विभिन्न विद्यालयों में एक अनूठी पहल की है। सोमवार को आयोजित “युद्ध की कहानी, युद्धवीरों की जुबानी” कार्यक्रम के माध्यम से नई पीढ़ी को 1971 के भारत-पाक युद्ध की ऐतिहासिक जीत और भारतीय रणवीरों की शौर्यगाथा से परिचित कराया गया। 16 दिसंबर को मनाए जाने वाले विजय दिवस की पूर्व संध्या पर विद्यार्थियों को देश की सैन्य शक्ति, बलिदान और पराक्रम का पाठ पढ़ाया गया।

ऐतिहासिक जीत का स्मरण: भूगोल बदलने वाला युद्ध

​कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों को बताया गया कि यह विश्व इतिहास का एक अनोखा युद्ध था।  मात्र 14 दिनों तक चले इस युद्ध में भारतीय सेना की उत्कृष्ट रणनीति, अनुशासन और अदम्य साहस के आगे पाकिस्तान पस्त हो गया था।

​वक्ताओं ने बताया कि युद्ध में करारी हार के बाद पाकिस्तान के जनरल ए.ए.के. नियाजी ने अपने 93,000 सैनिकों के साथ भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा के समक्ष ऐतिहासिक आत्मसमर्पण किया था। यह विश्व युद्ध के इतिहास का एक अविस्मरणीय अध्याय है। भारतीय सेना ने अपने शौर्य से न केवल इतिहास रचा, बल्कि विश्व मानचित्र पर ‘बांग्लादेश’ के रूप में एक नए राष्ट्र का निर्माण कर भूगोल भी बदल दिया।

इन विद्यालयों में गूंजी विजय गाथा

​परिषद के सदस्यों ने शहर के लगभग पांच प्रमुख विद्यालयों में जाकर विजय संदेश का वाचन किया:

  • आवासीय नेताजी सुभाष, गोलमुरी: यहाँ पूर्व सैनिक सुभाष कुमार ने विद्यार्थियों को संबोधित किया।
  • किला भारती, गोलमुरी: यहाँ राजीव कुमार ने युद्ध के संस्मरण साझा किए।
  • संत जोसेफ हाई स्कूल एवं ओल्ड बारीडीह: यहाँ संतोष सिंह ने विजय संदेश पढ़कर सुनाया।

​अन्य कई विद्यालयों में शिक्षकों ने बच्चों को विजय दिवस का महत्व बताया। वक्ताओं ने युवाओं से वीर शहीदों के बलिदान को नमन करते हुए उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतारने का आह्वान किया।

शहीद स्मृति स्थल पर दी जाएगी श्रद्धांजलि

​परिषद की ओर से जानकारी दी गई कि 16 दिसंबर (मंगलवार) को गोलमुरी स्थित शहीद स्मृति स्थल पर मुख्य विजय दिवस समारोह आयोजित किया जाएगा, जहाँ शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी।

​सोमवार को स्कूलों में आयोजित कार्यक्रमों का समापन “भारत माता की जय” और “वीर शहीद अमर रहें” के गगनभेदी नारों के साथ हुआ, जिससे पूरा वातावरण देशभक्ति के रंग में रंग गया।

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Author: haqeeqatnaama