जमशेदपुर (पूर्वी सिंहभूम), 24 दिसंबर। मानगो-डिमना मुख्य सड़क पर स्थित नवनिर्मित एमजीएम मेडिकल कॉलेज के पास रोजी-रोटी कमाने वाले छोटे सब्जी विक्रेताओं और अस्पताल के सुरक्षाकर्मियों के बीच विवाद गहरा गया है। फुटकर विक्रेताओं का आरोप है कि अस्पताल में तैनात होमगार्ड के जवान बीते दो दिनों से उनके साथ अभद्र व्यवहार कर रहे हैं और उनकी सब्जियां फेंकने की धमकी देकर उन्हें वहां से हटाने का प्रयास कर रहे हैं।
“दो वक्त की रोटी का है सवाल”
बुधवार को अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए स्थानीय विक्रेताओं ने बताया कि वे बेहद गरीब परिवारों से आते हैं। वे सुबह-सुबह अपने खेतों से चंद किलो ताजी सब्जियां लाकर महज दो घंटे के लिए दुकान लगाते हैं।
- विक्रेताओं का तर्क: दुकानदारों का कहना है कि वे अस्पताल के प्रवेश द्वार या यातायात में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न नहीं करते हैं।
- व्यवहार पर सवाल: विक्रेताओं का आरोप है कि बिना किसी ठोस कारण के होमगार्ड के जवान उनके साथ गाली-गलौज करते हैं और उन्हें डराते-धमकाते हैं।
विरोध में उतरे स्थानीय नेता, प्रशासन को चेतावनी
सब्जी विक्रेताओं की इस परेशानी को देखते हुए भाजपा के पूर्व नेता विकास सिंह ने मौके पर पहुंचकर उनसे मुलाकात की। उन्होंने विक्रेताओं को आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं को जिले के उपायुक्त (DC) के समक्ष प्रमुखता से उठाया जाएगा।
”जब ये गरीब दुकानदार किसी भी तरह का अतिक्रमण नहीं कर रहे हैं और मरीजों का रास्ता नहीं रोक रहे हैं, तो होमगार्ड जवानों की यह मनमानी निंदनीय है। यदि इन्हें जबरन हटाने या परेशान करने की कोशिश की गई, तो इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा।”
— विकास सिंह, स्थानीय नेता
मजदूरों और किसानों का प्रदर्शन
विरोध प्रदर्शन के दौरान सावन पटवा, सूरज प्रसाद, सुरेश गोराई, काजल सेन और वासुदेव मंडल सहित दर्जनों विक्रेता उपस्थित थे। इन सभी ने एक स्वर में मांग की है कि उन्हें शांतिपूर्ण ढंग से अपना छोटा व्यापार करने दिया जाए ताकि वे अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें।




