रामगढ़ छावनी परिषद क्षेत्र के स्टाफ क्वार्टर निवासी सोनू कुमार राम की जघन्य हत्या के विरोध में शुक्रवार को मृतक के परिजनों और स्थानीय लोगों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी सुभाष चौक पर जमा हुए और हत्यारों को तत्काल गिरफ्तार कर फांसी की सजा देने की मांग की।
इस प्रदर्शन में मृतक के परिवार के सदस्यों के साथ कई स्थानीय नेता भी शामिल हुए, जिनमें पूर्व छावनी परिषद उपाध्यक्ष सरदार अनमोल सिंह और कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष मुन्ना पासवान प्रमुख रूप से मौजूद थे।


🔪 जघन्य अपराध पर नेताओं की प्रतिक्रिया
पूर्व छावनी परिषद उपाध्यक्ष अनमोल सिंह ने इस हत्या को ‘बेहद जघन्य अपराध’ बताया। उन्होंने संदेह व्यक्त किया कि इस हत्याकांड में केवल एक व्यक्ति का हाथ होना संभव नहीं है। उन्होंने मांग की कि पुलिस सभी आरोपितों को तत्काल गिरफ्तार करे और मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाकर दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए।
कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष मुन्ना पासवान ने घटना का विवरण देते हुए कहा कि एक दलित युवक की हत्या करने के बाद उसकी लाश को कई टुकड़ों में बाँट दिया गया। उन्होंने बताया कि आरोपित ने करीब 80 दिनों तक शव को घर में रखा और फिर टुकड़े-टुकड़े कर अलग-अलग स्थानों पर फेंका। पासवान ने इस कृत्य को अमानवीय और क्रूर अपराध करार दिया।
📜 पीड़ित परिवार की माँगें
प्रदर्शनकारियों ने जिला प्रशासन के समक्ष मृतक के पीड़ित परिवार के लिए कई महत्वपूर्ण माँगें रखीं:
- जमीन और आवास: रामगढ़ अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) और अनुमंडल पुलिस उपाधीक्षक (एसडीपीओ) हस्तक्षेप करें और मृतक के परिवार को आवास के लिए भूमि आवंटन कराएं।
- मुआवजा और लाभ: सरकारी प्रावधानों के अनुसार मुआवजा राशि का भुगतान हो, पारिवारिक लाभ योजना का लाभ मिले, और सरकार की अन्य कल्याणकारी योजनाओं का लाभ भी पीड़ित परिवार को प्रदान किया जाए।
- रोजगार: परिवार के एक सदस्य को नगर परिषद में अनुबंध आधारित रोजगार उपलब्ध कराया जाए।



